माँ दुर्गे का साप्ताहिक दिन शुक्रवार, दोनों नवरात्रि, अष्टमी, माता की चौकी एवं जगराते में सबसे अधिक गाई जाने वाली आरती।
Shri Durga Mata Dohe In Hindi | Song Details |
★★★★★★★★★★★★★★★★★★ तेरी लोरी में बसा सुर संगम आभास तेरे क़दमों में बिछा हम सबका आकाश। ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ | ★★★★★★★★★★★★★★★★★★ Artist: B Vini Label: Bhajan Shrinkhla ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ |
Shri Durga Mata Ji Aarti Download in MP3 & MP4
- Click Copy URL Button first.
- After copy Url, click on download button below.
- After Clicking Download button. Click on download button and Paste the copied Url in the given Box.
- After Paste the Url. Click the download button and download Bhajan in any formate as you want.
यह भी देखें – You May Like
- 👉🏻Shri Durga Mata Ji Chalisa – Navratri Special Bhajan
- 👉🏻Shri Ram Ji Chalisa – Ramnavami Special Bhajan
- 👉🏻Siddha Kunjika Stotram – Navratri Special Bhajan
- 👉🏻Shri Ram Ji Aarti(Shri Ram Stuti) – Ramnavami Special Bhajan
- 👉🏻Shri Ramraksha Stotra(Ram Mantra) – Ramnavami Special Bhajan
- 👉🏻Shri Surya Dev Ji Chalisa – Sunday Special Bhajan
अम्बे तू है जगदम्बे काली (आरती) हिंदी लिरिक्स
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
तेरे भक्त जनो पर,
भीर पडी है भारी माँ ।
दानव दल पर टूट पडो,
माँ करके सिंह सवारी ।
सौ-सौ सिंहो से बलशाली,
अष्ट भुजाओ वाली,
दुष्टो को पलमे संहारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
माँ बेटे का है इस जग मे,
बडा ही निर्मल नाता ।
पूत – कपूत सुने है पर न,
माता सुनी कुमाता ॥
सब पे करूणा दरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियो के दुखडे निवारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
नही मांगते धन और दौलत,
न चांदी न सोना माँ ।
हम तो मांगे माँ तेरे मन मे,
इक छोटा सा कोना ॥
सबकी बिगडी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को सवांरती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
—– Addition —-
चरण शरण मे खडे तुम्हारी,
ले पूजा की थाली ।
वरद हस्त सर पर रख दो,
मॉ सकंट हरने वाली ।
मॉ भर दो भक्ति रस प्याली,
अष्ट भुजाओ वाली,
भक्तो के कारज तू ही सारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥
Please Like And Share This @ Your Facebook Wall We Need Your Support To Grown UP | For Supporting Just Do LIKE | SHARE | COMMENT.