माँ गंगा भजन – Maa Ganga Bhajan

एक मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी के कमंडल का जल गंगा नामक युवती के रूप में प्रकट हुआ था। एक अन्य (वैष्णव) कथा के अनुसार ब्रह्माजी ने विष्णुजी के चरणों को आदर सहित धोया और उस जल को अपने कमंडल में एकत्र कर लिया।

माँ गंगा आरती – Maa Ganga Aarti

गंगा माता की आरती कितने बजे होती है?
सुबह की आरती गर्मियों में 5 बजे से 7 बजे तक और सर्दियों में 5:30 बजे से 7:30 बजे तक होती है। शाम की आरती गर्मियों में रोजाना शाम 6:30 बजे और सर्दियों में 7:00 बजे शुरू होती है।

माँ गंगा मंत्र – Maa Ganga Mantra

इस प्रकार गंगा का ध्यान और पूजन करके गंगा के पानी में खड़े होकर ॐ अद्य इत्यादि से संकल्प करें कि, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा से लेकर दशमी तक रोज-रोज एक बढ़ाते हुए सब पापों को नष्ट करने के लिए श्री गंगा स्तोत्र का जप करूंगा/ करूंगी। फिर स्तुति पढ़ना चाहिए।

माँ गंगा चालीसा – Maa Ganga Chalisa

गंगा चालीसा का पाठ गंगा माता को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है| हिन्दू धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक़ गंगा नदी को दुनिया की सबसे पवित्र नदी के रूप में जाना जाता है|

माँ सरस्वती भजन – Maa Sarasvatee Bhajan

देवी सरस्वती द्वारा संभाली जाने वाली वीणा को ‘ कच्छपि ‘ के नाम से जाना जाता है। सौंदर्य लहरी के श्लोक ‘विपंच्या गयंती’ में, जगद्गुरु आदि शंकराचार्य एक सुंदर दृश्य का चित्रण करते हैं जिसमें सरस्वती ‘विपंची’ बजाती हैं।

माँ सरस्वती आरती – Maa Sarasvatee Aarti

बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का जन्म हुआ था। प्रचलित एक पौराणिक कथा के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन भगवान ब्रह्मा ने माँ सरस्वती की रचना की थी।

माँ सरस्वती मंत्र – Maa Sarasvatee Mantra

सरस्वती वंदना मंत्र एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण हिंदू मंत्र है जिसका पठन विद्या, बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति के लिए किया जाता है। मां सरस्वती को विद्या और कला की देवी माना जाता है।

माँ सरस्वती चालीसा – Maa Sarasvatee Chalisa

सरस्वती चालीसा एक भक्ति गीत है जो सरस्वती माता पर आधारित है। सरस्वती चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। ज्ञान और बुद्धि का विकास करने वालों के लिए सरस्वती चालीसा का पाठ लाभकारी होता है।

माँ अन्नपूर्णा भजन – Maa Annapoorna Bhajan

अन्नपूर्णा देवी हिन्दू धर्म में मान्य देवी-देवताओं में विशेष रूप से पूजनीय हैं। इन्हें माँ जगदम्बा का ही एक रूप माना गया है, जिनसे सम्पूर्ण विश्व का संचालन होता है। इन्हीं जगदम्बा के अन्नपूर्णा स्वरूप से संसार का भरण-पोषण होता है। अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है- ‘धान्य’ (अन्न) की अधिष्ठात्री।

माँ अन्नपूर्णा आरती – Maa Annapoorna Aarti

माँ अन्नपूर्णा को हिंदू धर्म की एक मान्य देवी माना जाता है, जो कि विशेष रूप से पूजनीय है। देवी अन्नपूर्णा माँ जगदम्बा का स्वरूप हैं। जिनसे संसार का संचालन होता है। माँ जगदम्बा के इस रूप से ही संसार का भरण पोषण होता है।

माँ अन्नपूर्णा मंत्र – Maa Annapoorna Mantra

अन्नपूर्णा मां को भोजन यानि अन्न की देवी कहा जाता है। मां अन्नपूर्णा भगवान शंकर की महाशक्ति माता पार्वती का ही अंश अवतार है। हिन्दू धर्म में भोजन ग्रहण करने से पहले मां अन्नपूर्णा के मंत्रों का जाप करना बहुत शुभ माना गया है।

माँ अन्नपूर्णा चालीसा – Maa Annapoorna Chalisa

मां अन्नपूर्णा चालीसा का पाठ करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।मां अन्नपूर्णा जी की कृपा से सिद्धि-बुद्धि,धन-बल और ज्ञान-विवेक की प्राप्ति होती है। मां अन्नपूर्णा के प्रभाव से इंसान धनी बनता है, वो तरक्की करता है।

माँ ललिता भजन – Maa Lalita Bhajan

ललिता देवी , जिन्हें अक्सर त्रिपुर सुंदरी के नाम से जाना जाता है, शक्ति का एक रूप हैं जिन्हें भगवान शिव की सुंदर पत्नी और हिंदू देवताओं में एक महत्वपूर्ण देवी के रूप में पूजा जाता है। उन्हें स्त्री ऊर्जा की सर्वोच्च अभिव्यक्ति माना जाता है और उन्हें सुंदरता, अनुग्रह, शक्ति और करुणा के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।

माँ ललिता आरती – Maa Lalita Aarti

सिद्धि और मोक्ष की प्राप्ति: ललिता माता की आरती करने से सिद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को आत्मिक ज्ञान और शांति मिलती है। रोग और शोक का नाश: ललिता माता की आरती करने से रोग और शोक का नाश होता है |

माँ ललिता मंत्र – Maa Lalita Mantra

  • माँ ललिता की पूजा और साधना के लिए इन मंत्रों का जाप करने से भक्तों को सुख, शांति, समृद्धि और शक्ति प्राप्त होती है
  • यह मंत्र देवी ललिता को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने में मदद करता है
  • ललिता देवी को शाक्त समुदाय में चंडी का स्थान प्राप्त है, इसलिए इनकी पूजा चंडी पूजा के समान करनी चाहिए

माँ ललिता चालीसा – Maa Lalita Chalisa

ललिता चालीसा एक भक्ति गीत है जो ललिता माता पर आधारित है। ललिता चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। ललिता माता के भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस चालीसा का पाठ करते हैं।

माँ सीता भजन – Maa Sita Bhajan

सीता राम नाम की महिमा और लाभसीताराम नाम की महिमा अपार है. माना जाता है कि सीताराम नाम के प्रताप से अर्थ, धर्म, काम , और मोक्ष तक से मुक्ति मिलती है. सीताराम जय सीताराम का बार-बार जप करने से तनाव कम करने, मानसिक स्पष्टता बढ़ाने, और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने में मदद मिलती है.

माँ सीता आरती – Maa Sita Aarti

सीता माता की आरती करने से मिलते हैं ये शुभ फल: पतिव्रता धर्म की प्राप्ति: सीता माता जी की आरती करने से पतिव्रता धर्म की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है।

माँ सीता मंत्र – Maa Sita Mantra

सीता राम हनुमान मंत्र का जाप करने से रीढ़ की हड्डी में इडा और पिंगला नाड़ियों का स्वतः ही सामंजस्य हो जाता है । यह सभी चक्रों को सक्रिय करता है। साथ ही, यह अयोध्या धाम की भक्ति भावना को जागृत करता है। सीता राम हनुमान मंत्र तीन देवताओं के नामों का एक संयोजन मात्र है।

माँ सीता चालीसा – Maa Sita Chalisa

श्री सीता माता चालीसा माँ सीता की महिमा और त्याग को समर्पित 40 छंदों की एक स्तुति है। इसके नियमित पाठ से भक्तों को माता सीता की कृपा, संयम, धैर्य और समर्पण का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

माँ काली भजन – Maa Kali Bhajan

काली माता को बुराई का विनाश करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, काली माता को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका उनकी प्रतिमा की पूजा करना माना जाता है। इसके अलावा कुछ उपायों को करके आप काली माता को प्रसन्न कर सकते हैं और तमाम तरह की परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।

माँ काली आरती – Maa Kali Aarti

मां काली की पूजा उपासना से भय का नाश होता है, आरोग्य की प्राप्ति, स्वयं की रक्षा और शत्रुओं का नियंत्रण होता है। कहा जाता है कि मां काली की उपासना से तंत्र मंत्र के सारे असर समाप्त हो जाते हैं। वो शेर की सवारी करती हैं।

माँ काली मंत्र – Maa Kali Mantra

मां दुर्गा की पहली महाविद्या मां काली बताई गई हैं। यह माता आदिशक्ति का सबसे शक्तिशाली स्वरूप है, मान्यता है यह आसानी से क्रुद्ध और आसानी से प्रसन्न होती हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं। मां काली के कुछ आसान मंत्र हैं, इनका रोजाना एका माला जाप माता को प्रसन्न करता है, और नवरात्रि में तो इनके जप की महिमा निराली है।

माँ काली चालीसा – Maa Kali Chalisa

काली चालीसा एक भक्ति गीत है जो काली माता पर आधारित है। काली चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। काली को समय और परिवर्तन की देवी माना जाता है।

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