श्री खाटू श्याम जी भजन – Shri Khatu Shyam Ji Bhajan
खाटू श्याम जी प्रभु श्री राम के बाद विश्व के दूसरे और सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर भी जाने जाते हैं। खाटू श्याम का तात्पर्य है ‘मां सैव्यम पराजित:’ यानी जो हारे और निराश लोगों को साहर देता हो। पौराणिक कथा के अनुसार, पांडव पुत्र भीम के पुत्र घटोत्कच के बेटे थे खाटू श्याम। उनका नाम बर्बरीक था।
श्री खाटू श्याम जी मंत्र – Shri Khatu Shyam Ji Mantra
मान्यता है कि अगर तमाम प्रयासों के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है तो इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। इन्हीं मंत्रों में से एक मंत्र को खाटू श्याम का गायत्री मंत्र कहा जाता है। यह मंत्र है “ओम मोर्वी नंदनाय विद्महे श्याम देवाय धीमहि तन्नो बर्बरीक प्रचोदयात्”।
श्री खाटू श्याम जी आरती – Shri Khatu Shyam Ji Aarti
श्री खाटू श्याम जी की आरती का पाठ भक्तों के द्वारा भगवान श्याम के प्रति उनकी प्रेम और आदर की अभिव्यक्ति होती है, और इससे उनकी भक्ति और अराधना में और भी गहराई आती है।
श्री खाटू श्यामजी चालीसा – Shri Khatu Shyam Ji Chalisa
श्री श्याम चालीसा एक भक्ति गीत है जो श्री खाटू श्याम पर आधारित है।
श्री खाटूश्याम जी को भगवान कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है। राजस्थान के सीकर जिले में श्री खाटू श्याम जी का भव्य मंदिर स्थापित है। जहां दूर-दूर से लोग उनके दर्शन करने आते हैं।